आँखों में धुँधलापन क्यों होता है और इसका उपचार?

आंखें हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं, जो हमें इस खूबसूरत दुनिया को देखने का अवसर प्रदान करती हैं। लेकिन जब आंखों में धुंधलापन दिखाई देने लगे, तो यह एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। आंखों में धुंधलापन कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि नेत्र रोग, थकान, डायबिटीज, या उम्र से संबंधित समस्याएं। आज  हम जानेंगे कि आंखों में धुंधलापन दिखने पर क्या करना चाहिए और कैसे इस समस्या से निपटा जा सकता है।

आंखों में धुंधलापन के मुख्य कारण

– मोतियाबिंद (Cataract): उम्र बढ़ने के साथ आंखों के लेंस में धुंधलापन आना आम बात है। इसे मोतियाबिंद कहा जाता है।

– ग्लूकोमा (Glaucoma): आंखों के अंदर दबाव बढ़ने से ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचता है, जिससे धुंधलापन हो सकता है।

– डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy): डायबिटीज के मरीजों में रेटिना को नुकसान पहुंचने से धुंधलापन हो सकता है।

– आंखों की थकान: लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल का उपयोग करने से आंखों में थकान और धुंधलापन हो सकता है।

– रेफ्रैक्टिव एरर्स (Refractive Errors): निकट दृष्टि, दूर दृष्टि, या एस्टिग्मेटिज्म जैसी समस्याएं भी धुंधलापन का कारण बन सकती हैं।

– प्रेस्बायोपिया (Presbyopia): उम्र के साथ, दृष्टि का पैटर्न बदल जाता है और निकट दृष्टि धुंधली हो जाती है।

– शुगर एवं रक्तचाप संबंधी विकार: उच्च रक्तचाप, मधुमेह और अन्य गंभीर स्थितियाँ आँखों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। शुगर आंख के लेंस में संक्रमण पैदा कर सकती है और धुंधली दृष्टि का कारण बन सकती है।

यदि आपको अस्पष्ट दिखता हैं तो कैसे पहचानें?

– अचानक दृष्टि का नुकसान या अस्पष्ट दिखाई दे रहा है
– अंधेरे में या कम रोशनी में दिखाई देना मुश्किल है
– ध्यान केंद्रित करना या अक्षर पढ़ना अस्पष्ट दिखता है
– आंखों में दर्द

आंखों में धुंधलापन दिखने पर क्या करें?

– तुरंत आंखों के डॉक्टर से संपर्क करें – अगर आपको आंखों में धुंधलापन दिखाई दे रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत किसी अच्छे नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।

– आंखों की जांच करवाएं – नियमित रूप से आंखों की जांच करवाना जरूरी है। इससे किसी भी गंभीर समस्या का पता शुरुआत में ही लगाया जा सकता है।

– सही आहार लें – आंखों की सेहत के लिए विटामिन ए, सी, और ई से भरपूर आहार लेना जरूरी है। हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, और मछली आंखों के लिए फायदेमंद होती हैं।

– आंखों को आराम दें – लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठने से बचें। हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखने का नियम (20-20-20 Rule) अपनाएं।

– धूप और प्रदूषण से बचाव – धूप में निकलते समय सनग्लासेस पहनें और प्रदूषण से आंखों को बचाएं।

– जीवनशैली में सुधार:

– उचित आहार लें जिसमें आंखों के लिए अच्छा पोषण हो।
– चाय और कॉफी / कैफीन कम करें, क्योंकि इससे आंखों पर तनाव पड़ सकता है।
– नींद की मात्रा कम न होने दें, क्योंकि नींद की कमी से आंखों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।


अगर आप आंखों से जुड़ी किसी भी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो Doctor Eye Institute आपके लिए सही विकल्प है। यह मुंबई का आधुनिक सुविधाओं से नेत्र अस्पताल है। यहां अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों की टीम है। Doctor Eye Institute में मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, लेसिक सर्जरी, और अन्य नेत्र संबंधी समस्याओं का इलाज किया जाता है।  अपनी आंखों की सेहत को नजरअंदाज न करें। अगर आपको आंखों में धुंधलापन या कोई अन्य समस्या महसूस हो रही है, तो तुरंत Doctor Eye Institute से संपर्क करें।

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