आंख का पर्दा, जिसे रेटिना भी कहा जाता है, हमारी आंख के पीछे की ओर स्थित एक पतली परत होती है जो प्रकाश को पकड़कर मस्तिष्क को संकेत भेजती है। यह दृष्टि के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है, और यदि यह खराब हो जाती है, तो हमारी दृष्टि पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। आइए जानते हैं आंख के पर्दे के खराब होने के कारण और लक्षणों के बारे में

आंख के पर्दे के खराब होने के मुख्य कारण कौन से है ? What are the main reasons for damage to the retina?

रेटिनल डिटैचमेंट (रेटिना का अलग होना):

यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें रेटिना आंख की भीतरी सतह से अलग हो जाती है। इसके कारण दृष्टि कमजोर हो सकती है,या पूरी तरह से खो भी सकती है। इसका मुख्य कारण उम्र के साथ होने वाले परिवर्तन या आंख पर गंभीर चोट हो सकता है।

डायबिटिक रेटिनोपैथी:

डायबिटिक रेटिनोपैथी ऐसी स्थिति है जो मधुमेह रोगियों में आंखों की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे रेटिना में सूजन या रक्तस्राव हो सकता है। अगर इसे समय पर नियंत्रित नहीं किया गया तो यह अंधापन का कारण बन सकता है।

उम्र से संबंधित मैक्युलर डिजनरेशन (AMD: Age-Related Macular Degeneration):

यह वृद्ध लोगों में होने वाली एक सामान्य समस्या है, जिसमें रेटिना का केंद्रीय हिस्सा जिसे मैक्युला कहा जाता है, कमजोर होने लगता है। इसके कारण दृष्टि धीरे-धीरे धुंधली होने लगती है।

रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा (RP): Most Retinal Diseases are Hereditary)

यह एक अनुवांशिक रोग है, जिसमें रेटिना की कोशिकाएं धीरे-धीरे मरने लगती हैं, जिससे धीरे-धीरे दृष्टि खत्म हो जाती है।

आंख में चोट या संक्रमण:

किसी प्रकार की चोट, तेज रोशनी का एक्सपोजर, या संक्रमण के कारण रेटिना पर असर हो सकता है, जिससे यह खराब हो सकता है, इससे रेटिना अलग हो सकता है, फट सकता है और रेटिना में सूजन आ सकती है।

ऐसे कौन से लक्षण है जो संकेत देते हैं कि आंख का पर्दा खराब हो रहा है ? What are the symptoms that indicate that the retina is getting damaged?

धुंधला दृश्य:

यदि आपकी दृष्टि अचानक धुंधली हो जाती है या वस्तुएं साफ नहीं दिखाई देतीं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी रेटिना में समस्या हो रही है।

आंखों के सामने चमक या फ्लोटर्स (तैरती हुई बिंदुएं):

आंखों के सामने अचानक तैरते हुए धब्बे या रोशनी की चमक दिखाई देने लगे, तो यह रेटिनल डिटैचमेंट का लक्षण हो सकता है।

केन्द्रिय दृष्टि का खोना:

AMD के मामले में, व्यक्ति को धीरे-धीरे केंद्र की ओर से दृष्टि का खोना महसूस हो सकता है। वस्तुएं सीधे देखने में धुंधली या गायब हो सकती हैं।

परिधीय दृष्टि का कम होना:

रेटिनल डिटैचमेंट या RP में व्यक्ति की परिधीय दृष्टि (साइड विजन) धीरे-धीरे खत्म हो सकती है, जिससे व्यक्ति को सुरंग जैसी दृष्टि हो जाती है।

आंख के पर्दे को कैसे बचा सकते है ?

नियमित आंखों की जांच कराएं:

मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या उम्र संबंधी समस्याओं के कारण रेटिना को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए नियमित रूप से आंखों की जांच कराना जरूरी है।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं:

संतुलित आहार, धूम्रपान से बचना, और व्यायाम करना न केवल आपकी संपूर्ण सेहत के लिए अच्छा है, बल्कि यह आंखों की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।

आंखों को सुरक्षा दें:

सूरज की तेज रोशनी या किसी प्रकार की चोट से बचने के लिए हमेशा धूप का चश्मा पहनें या आंखों की सुरक्षा करें।

मधुमेह और रक्तचाप को नियंत्रित रखें:

यदि आपको मधुमेह या उच्च रक्तचाप है, तो इसे नियंत्रित रखने के लिए डॉक्टर द्वारा बताए गए उपायों का पालन करें।

उपचार :

यदि आपकी रेटिना से जुड़ी कोई समस्या पाई जाती है, तो डॉक्टर इसके लिए निम्नलिखित उपचार सुझा सकते हैं:

लेजर सर्जरी:

यदि रेटिनल डिटैचमेंट होता है तो इसे ठीक करने के लिए लेजर सर्जरी की जाती है, जिससे रेटिना को दोबारा अपनी जगह पर लगाया जा सके।

इंजेक्शन:

डायबिटिक रेटिनोपैथी या AMD के मामलों में आंखों में विशेष इंजेक्शन दिए जाते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को ठीक करने में मदद करते हैं।

विट्रेक्टॉमी:

यह एक प्रकार की सर्जरी होती है जिसमें रेटिना के क्षेत्र में आई कोई समस्या या ब्लीडिंग को ठीक किया जा सकता है। आंख का पर्दा यानी रेटिना दृष्टि के लिए महत्वपूर्ण होती है। इसके खराब होने से व्यक्ति को दृष्टि में धुंधलापन, फ्लोटर्स, या अंधापन जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। इसलिए, समय पर डॉक्टर से जांच कराना और सावधानी बरतना आवश्यक है। Doctor Eye Institute में, हम आंख के पर्दे से जुड़ी सभी समस्याओं का विशेषज्ञता से उपचार करते हैं, जिससे आपकी दृष्टि को सुरक्षित रखा जा सके। यदि आप भी आंखों से संबंधित किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो Doctor Eye Institute में अवश्य विज़िट करे या कृपया इस नंबर पे कॉल करे  +91 99303 09433.