आधुनिक जमाने के सब युवा प्रतिदिन स्क्रीन के संपर्क मैं आते है। आगे चलकर कई बरसो बात उन्हें आँखों मे प्रॉब्लम आने शुरू हो जाती हैं। पर स्क्रीन का उपयोग प्रतिदिन करके भी हम अपनी आँखों का ध्यान रख सकते हैं। आज हम ईसी टॉपिक पर बात करने वाले है जिससे आपकी आंखें लंबे समय तक स्वस्थ रहे।
दृष्टि कम होने की कमजोरी लोगों के जीवन मैं गुणवत्ता पूर्ण बदल लाकर जिंदगी के पड़ाव को नीचे ले आती हैं। आँखों के स्वास्थ्य को लम्बा करना और आंखों से जुड़ी बीमारियों को रोकना एक स्वस्थ या अच्छे जीवनशैली की आदत है जिसे आपको पालन करना बहुत जरूरी हैं। आप आगे दिए हुए इन आदतों का पालन करेंगे तो आप स्वस्थ जीवन जी पाएंगे।
आंखों की अच्छी देखभाल के लिए कुछ सामान्य सुझाव और जाणकारी
धूप मैं चश्मे का उपयोग जरूर करे
कभी-कभी हम गर्मियों के मौसम में सिर्फ चश्मे का उपयोग हर रोज करते हैं पर उसके बावजूद हमें चश्मे का उपयोग सालाना करना होगा। सूर्य की किरण हमारे आंखों को दिक्कत में डाल सकती है। रेटिना में जलन, मोतियाबिंद की समस्या और अन्य बीमारियों आप खुद नियोता देते हैं।
धूम्रपान की आदत है तो उसे कम करे
धूम्रपान यह सिर्फ आंखों के लिए नहीं तो हमारे शरीर के लिए भी बहुत घातक है। ये मैक्युलर डिजनरेशन होने को दोगुना या तिगुना बढ़ाता हैं। जिससे आपकी दृष्टि को बहुत बढ़ी हानि पहुंच सकती है इसके लिए सिर्फ एक अच्छा सुझाव है आप धूम्रपान छोड़ दीजिए।
आपके खान पान पे विशेष रूप से ध्यान रखे
दरअसल हम हर रोज के जीवन क्रिया में अपने काम करते समय खाने के बारे में अक्सर भूल जाते हैं। इसकी वजह से आपके शरीर में हर तरह के बदलाव होते रहते हैं, जिसपर डॉक्टर कहते हैं,’ खानपान का टाइम बदलना मतलब आपके चेहरे पर पिंपल्स आना’ पर यह बात सिर्फ पिंपल तक सीमित नहीं रहती, यह बात आपकी आंखों तक पहुंच जाती है। अच्छा खाना खानेसे विटामिन सी – ई, जिंक, ल्यूटिन और ओमेगा-3 फैटी एसिड आंखों की बीमारियों को रोकने में मदद करते है। यह पोषक तत्व आपको तैलीय मछली, समुद्री भोजन, बीज, नट्स, फल (जैसे कीवी) और सब्जियों में मिल जाते है।
अपनी दृष्टि पर अधिक दबाव न डालें, काम के दौरान ५ मिनिट का ब्रेक लेते रहे
आप सभी काम करते समय अपने दृष्टि पर बहुत ज्यादा दबाव डालते हैं, इससे आपकी आंखों में सूजन, आंखों से पानी निकालना या अन्य रूप के बदलाव आपको देखने मिलते हैं। आप हर रोज इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन के सामने रहकर आपकी आंखों पर दबाव डाल देते हैं। इससे आपकी आँखों को दिखत आ सकती है, इसलिए घंटे घंटे मैं 5- 10 मिनिट का ब्रेक जरूर ले।
अपनी आँखें बार बार न रगड़ें
कभी-कभी हम नींद से उठने के बाद अपनी आंखों को बार-बार दबाकर रगड़ते हैं। इससे आपकी आंखों को तकलीफ हो सकती है आंख में सूजन आना या अन्य विकार हो सकते है। अपने हाथों से रगड़ने के बजाय अपने आंखों को आराम दे।
आंखों की अच्छी देखभाल के लिए कुछ सामान्य सुझाव
- धूप मैं चश्मे का उपयोग जरूर करे
- धूम्रपान की आदत है तो उसे कम करे
- आपके खान पान पे विशेष रूप से ध्यान रखे
- अपनी दृष्टि पर अधिक दबाव न डालें, काम के दौरान ५ मिनिट का ब्रेक लेते रहे
- अपनी आँखें बार बार न रगड़ें
- अपने चश्मे और लेंस को अच्छी स्थिति मै रखकर खुद की देखभाल करे
- एक अच्छी नींद, आपके स्वास्थ का ख्याल रखती है
- नियमित रूपसे आंखों की जांच करवाते रहें
डायबिटिक रेटिनोपैथी
आंखों की रोशनी कम करने वाले अन्य भी रोग है उनमें से एक डायबिटिक रेटिनोपैथी, यह एक ऐसा रोग है जो उन लोगों को होता है जो मधुमेह से पीड़ित हो। अगर आज तक आपको इस रोग के बारे में पता नहीं है तो आज हम इसके बारे में कुछ थोड़ी बहुत जानकारी आपको बताएंगे।
डायबिटिक रेटिनोपैथी के शुरुआती चरण क्या होते हैं?
- Mild non proliferative diabetic retinopathy – इस स्टेज में आपके रेटिना में जो रक्त वाहिका होती है, उनके छोटे हिस्से में सूजन आती इससे आपको दिक्कत आ सकती है।
- Moderate non proliferative diabetic retinopathy – इस स्टेज में रेटिना में कुछ रक्त वाहिकाएं ब्लॉक हो जाने की संभावना होती है, जिससे रक्तस्राव हो सकता है।
- Severe non proliferative diabetic retinopathy – इस स्टेज में वाहिका ब्लॉक हो कर रेटिना के हिस्से को पूर्ण रूप से रक्त प्रवाह बंद कर देती है।
डायबिटिक रेटिनोपैथी के लक्षण
- धुंधली दृष्टि आना
- काले धब्बे आना
- रात को देखने मे प्रॉब्लम आना
- रंगों की पहचान न होना
यदि आप भी Diabetic Retinopathy या आंखों से संबंधित किसी अन्य समस्या से जूझ रहे हैं तो Doctor Eye Institute में अवश्य विज़िट करे या कृपया इस नंबर पे कॉल/Whatsapp करे +91 99303 09433